Betul Samachar: मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में ग्रामीण अंचल की परंपराओं का चित्रण: अवंतिका तिवारी
Betul Samachar: Depiction of rural traditions in Munshi Premchand's literature: Avantika Tiwari
मुंशी प्रेमचंद जयंती पर हुआ पुरस्कार वितरण, कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला
Betul Samachar: (बैतूल)। डिवाइन हायर सेकेंडरी स्कूल बैतूल बाजार में हिंदी साहित्य के सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई। इस अवसर पर अवंतिका तिवारी ने मुंशी प्रेमचंद के जीवन, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में ग्रामीण अंचल की परंपराओं का चित्रण होता है।
कार्यक्रम अध्यक्ष गायत्री परिवार जिला समन्वय समिति के सह समन्वयक अजय पवार ने प्रेमचंद की रचनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गोदान जैसी रचनाओं के माध्यम से प्रेमचंद जी ने समाज की कुरीतियों को सामने लाया है। उनकी रचनाएं समाज की समस्याओं के साथ समाधान भी देती है।
अजय पवार ने गायत्री परिवार के रचनात्मक कार्यों की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों और शिक्षक शिक्षिकाओं से भारतीय संस्कृति ज्ञान परिक्षा में सम्मिलित होने और सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र सार्वभौमिक मंत्र है जिसे हर धर्म जाति सम्प्रदाय के लोग जप सकते है। यह सद्बुद्धि का मंत्र है।
इस अवसर पर गायत्री परिवार द्वारा आयोजित होने वाली भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के प्रमाणपत्र और पुरस्कार प्रदान किये गए। कार्यक्रम में शेफाली सिंह, श्रीराम पवार, मुकेश विश्वकर्मा समेत सभी शिक्षकगण और पालक उपस्थित हुए। मंच संचालन रूपेंद्र परते ने किया आभार शिवानी जैन ने व्यक्त किया।